सोमवार, 30 अगस्त 2010

प्रभु आयेंगे महावीर बनके।


कौन कहता है भगवान आते नहीं,
सम्यग् भाव तुम दिल में जगाते नहीं।
तुम गौतम बनो तो,तुम चंदना बनो तो,
प्रभु आयेंगे महावीर बनके।


सत्य कहने से कभी मत डरना,
पर विनय विवेक भी मत तज़ना।
तुम आनंद बनो तो, पूर्ण उपासक बनो तो,
गौतम आयेंगे क्षमाप्रार्थी बनके।


पश्च्याताप हृदय में जगाना,
पापभीरूता से पाप खपाना।
तुम अर्जुन बनो तो, सरल बोधी बनो तो,
प्रभु आयेंगे सुदर्शन बनके।


अनुकंपा से आत्म भरा हो,
जीवदया का व्रत खरा हो,
मेघरथ बनो तो, धर्मरूचि बनो तो,
प्रभु आयेंगे शांति-वीर बनके।


समता का ध्यान तुम लगाना,
क्षमावीर बन भय को भगाना।
तुम खंदक बनो तो, या मैतार्य बनो तो,
प्रभु आयेंगे महावीर बनके।

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